बजट 2024 | विश्लेषण | कहीं ख़ुशी कहीं गम
बजट आया, देश ने देखा, बातें हुई…………. लेकिन बड़ा सवाल – हमें क्या मिला ?? हमारी सांस्कृतिक राष्ट्रीय परम्परा के अंतर्गत बजट आते ही हल्ला मचाया जाता है। बजट की तारीफ़ का धर्म निभाते हुए सरकारी पक्ष कहता है – समाज के हर वर्ग को ताकत देने वाला बजट है। किसान, गरीब और गांव को समृद्ध बनाने वाला बजट है। सभी वर्गों के सशक्तिकरण करने के लिए कदम उठाए हैं।
इसके ठीक विपरीत विपक्ष का हल्ला कहता है -ये कुर्सी बचाने वाला बजट है। हमारे चुनावी घोषणा पत्र की नक़ल है। उम्मीद के मुताबिक कुछ नहीं मिला।
इसी तरह कुछ महान नेता जो पहले विपक्ष में सरकार की ऐसी तैसी करते रहते थे, लेकिन चुनाव से पहले विपक्ष के आंगन से, सरकारी पक्ष की सुविधा कोठी में आ गए थे, उन्होंने कहा, सामाजिक न्याय की बात करता, स्वागत योग्य सर्वोत्तम बजट है।
प्रस्तुति :-
विकास कवात्रा – इकोनॉमिस्ट
कवात्रा अकैडमी टोहाना
ये मोदी 3.0 का पहला बजट है और बजट पर इलेक्शन के रिजल्ट का असर साफ साफ दिख रहा है। किसको क्या मिला, और क्यों मिला ? क्या सस्ता हुआ ? क्या महंगा हुआ ? किस सेक्टर को चमका दिया और किस सेक्टर को चौंका दिया ? आम आदमी को कुछ दिया कि नहीं दिया ? टैक्स में कुछ बचत हुई कि नहीं हुई ? गरीब को क्या मिला ? महिला को क्या मिला ? युवा को क्या मिला ? आम आदमी को क्या मिला? क्या सस्ता हुआ, क्या महंगा हुआ ? आइये जानते हैं
इस बार के बजट का साइज था 48,00,000 करोड़ (अड़तालीस लाख करोड़) जिसमे से हरियाणा को मिले हैं केवल ₹13.63 हजार करोड़ | जबकि चुनावी साल होने के कारण हरियाणा को किसी बड़े पैकेज या बड़े प्रोजेक्ट की उम्मीद थी | यानि केंद्रीय बजट 2024-25 में चुनावी राज्य हरियाणा की घोर अनदेखी की गई है….
इस बजट में सरकार ने पहले कह दिया कि नौ सेक्टर पर हमारा फोकस रहेगा ।
- एग्रीकल्चर
- एंप्लॉयमेंट
- अर्बन डेवलपमेंट,
- शहरी विकास
- इंफ्रास्ट्रक्चर
- इनोवेशन
- मैन्युफैक्चरिंग
- एनर्जी
- नेक्स्ट जेनरेशन के रिफॉर्म करेंगे
“बजट स्पीच के दौरान एक नया रिकॉर्ड बना, निर्मला जी पहली ऐसी वित्त मंत्री है जिन्होंने लगातार सात बार बजट का भाषण पढ़ा है। इससे पहले मोरारजी देसाई थे जिन्होंने छह बार पढ़ा था।“
बिभिन्न वर्गों के लिए बजट में ये घोषणाएं की गई हैं :-
युवा :- बजट का वह आइटम जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वो है यूथ और रोजगार। विपक्ष का जो सबसे स्ट्रांग मुद्दा था वो यह था कि सरकार में बेरोजगारी बढ़ गई, युवा बेरोजगार घूम रहा है और युवा में आक्रोश था और उसी वजह से सीटें कम आई ।
तो मोदी सरकार समझ गई की इस बारे कुछ करना पड़ेगा। इसलिए उसने पांच अलग अलग स्कीम लॉन्च की है जिस पर सरकार टोटल 2,00,000 करोड़ से ज्यादा खर्च करने वाली है ताकि यूथ के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए जाए और इन स्कीम का 4 करोड़ से ज्यादा युवाओं पर सीधा असर पड़ेगा।
गरीब :- अब आ जाते हैं गरीब पर तो गरीब के लिए कहा कि जो प्रधानमंत्री अन्न योजना है, जहां पर गरीबों को अनाज दिया जाता है वह योजना पांच साल और आगे बढ़ा दी गई है और 80 करोड़ लोगों को फ्री बांटने की व्यवस्था है। यह जारी रहेगी। इसके अलावा 10,00,000 करोड़ रुपए अलॉट किए गए प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए जिसके तहत 1 करोड़ मकान शहरों में और 2 करोड़ मकान गांव में बनाए जाएंगे।
किसान :- किसानों के लिए 1,52,000 करोड़ का फंड अलॉट कर दिया गया और टारगेट लिया गया है कि अगले दो साल में 1 करोड़ से ज्यादा किसान को नेचुरल फार्मिंग सिखाई जाएगी। अब इस पर कुछ कृषि संगठन इसका स्वागत कर रहे हैं, कुछ विरोध कर रहे हैं और इसके अलावा क्योंकि खेती मोस्टली गांव में होती है तो ग्रामीण विकास के लिए 2,66,000 करोड़ अलग से अलॉट किए गए।
महिलाएं :- तो महिलाओं के लिए 3,00,000 करोड़ रुपए बजट में अलग से अलॉट किए गए, जो अलग अलग स्कीमों के जरिए उन तक पहुंचाए जाएंगे।
छोटे व्यापारी :- अब थोड़ा छोटे व्यापारियों की भी किया जाए। जो मुद्रा की 1000000 (दस लाख) की लिमिट थी उसको बढ़ाकर 20 लाख कर दिया और जहां एमएसएमई के बड़े बड़े क्लस्टर है वहां पर सिडबी अपनी ब्रांच खोलेगा ताकि उनको और लोन दिया जा सके। टीडीएस एक परसेंट लगता था। टीडीएस तो नहीं हटाया पर उसमें परसेंट की छूट देकर 10 परसेंट कर दिया गया है।
डिफेन्स :- बात करें डिफेंस की सबसे ज्यादा जो बजट है वह डिफेंस को दिया गया है। कुल बजट का 13 परसेंट, यानी 6,21,000 करोड़ डिफेंस को अलॉट किए गए हैं। ताकि हमारी जो सेना है उसकी ताकत बढ़े और साथ में हमारा आत्मनिर्भर भारत भी आगे बढ़े और डिफेंस कंपनी के लिए 1000 करोड़ का फंड लॉन्च किया गया कि सेक्टर में अगर कोई स्टार्टअप आ रहा है तो 1000 करोड़ का फंड अलग से लॉन्च किया गया। तो भैया डिफेंस में तो बल्ले बल्ले होने वाली बात है।
स्टूडेंट:- स्टूडेंट के लिए क्या कर रहे हैं? स्टूडेंट के लिए भी 10 लाख तक का लोन अगर आप हायर एजुकेशन के लिए लेना चाहते हो तो उसमें आपको सरकार की तरफ से मदद मिलेगी। लेकिन तभी जब आप डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशन इंडिया में पढ़ने जाओगे।
मिडल क्लास :- आम आदमी के लिए इन चीजों पर मिली राहत, टैक्स रिजीम में बदलाव के साथ कई जरूरी चीजें भी सस्ती की गई हैं। इस बजट में कैंसर दवा, सोना-चांदी, प्लेटिनम, मोबाइल फोन, मोबाइल चार्जर, बिजली के तार,एक्सरे मशीन,सोलर सेट्स सहि कई चीजें सस्ती हो गई हैं। निर्मला सीतारमण ने कैंसर की दवा पर कस्टम ड्यूटी कम करने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने कहा कि मेडिसिन और मेडिकल कैंसर पेशेंट को राहत देने के लिए 3 मेडिसिन पर पूरी तरह कस्टम ड्यूटी हटाई गई, एक्सरे ट्यूब पर भी ड्यूटी घटाई गई। इसके बाद देश में कैंसर की तीन दवाएं सस्ती हो जाएंगी ।
लेकिन इतने बड़े बजट में एक ऐसा सेक्टर है जिसे इस बजट ने सबसे ज्यादा निराश किया है, और वो सेक्टर है स्टॉक मार्केट । स्टॉक मार्केट में शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन 15 परसेंट हुआ करता था, उसको बढ़ाकर 20 परसेंट लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन जो 10 परसेंट हुआ करता था उसको बढाकर ले गए साढे 12 परसेंट |
जब सब पर रहम किया तो स्टॉक मार्किट के साथ बेरहमी क्यों? क्योंकि हम सब जानते हैं। पिछले चार साल में स्टॉक मार्केट ने बहुत कमाया और सरकार कहती है जहां कमाई हो रही है, सबसे पहले हम पहुंचेंगे टैक्स लेने |
अब सवाल है मैंगो पीपल यानि आम आदमी क्या करे। जवाब है, आम आदमी को बजट समझने के चक्कर में टेंशन में नहीं पड़ना चाहिए। आप बस ज्यादा मेहनत करें और ज्यादा कमायें, ताकि सरकार को ज्यादा टैक्स दे सकें………..
जितनी मेहनत उतनी कमाई और उतना पैसा 😍👍🏆
💫🙇♂️😇👌well done sir
Right 👍👍👍
Well explained 👍
Awesome Budget Analysis